हमारे बारे में निगम की रूप-रेखा
हमारा उद्देश्य
निगम द्वारा प्राप्त किए जाने वाले मुख्य उद्देश्य हैं:
1. एकीकृत प्रणाली में सुधार, विद्युत उत्पादन, विकेंद्रीकृत और गैर-पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने, ऊर्जा संरक्षण, नवीकरण और रखरखाव, पंपसेट ऊर्जायन पर ध्यान देने के साथ विद्युत वितरण पर केंद्रित परियोजनाओं का वित्तपोषण एवं प्रोत्साहन करना, ग्रामीण विद्युत के बुनियादी ढांचे और घरेलू विद्युत के लिए भारत सरकार की योजना दीनदयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना का कार्यान्वयन
2. अन्य संबंधित क्षेत्रों और गतिविधियों जैसे कि विकेन्द्रीकृत विद्युत उत्पादन परियोजनाओं, नए और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों, परामर्श सेवाओं, पारेषण, उप-पारेषण और वितरण प्रणाली, नवीकरण, आधुनिकीकरण और रखरखाव आदि के अनुकूलन के लिए विभिन्न क्षेत्रों में विविधता लाना। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों, दुर्गम, पहाड़ी, रेगिस्तान, आदिवासी, जलीय और अन्य भिन्न-भिन्न क्षेत्रों/दूरस्थ क्षेत्रों के लिए विद्युत आपूर्ति की विश्वसनीयता सुनिश्चित करना।
3. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों सहित विभिन्न स्रोतों से धन जुटाना और राज्य विद्युत बोर्डों, विद्युत यूटिलिटियों, राज्य सरकारों, ग्रामीण विद्युत सहकारी समितियों, गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) और निजी विद्युत उत्पादकों को ऋण मंजूर करना
4. कॉर्पोरेट लक्ष्यों को पूरा करने के दौरान अपने कार्यों के लिए आर्थिक और वित्तीय रिटर्न की दर को अनुकूलित करना; (I) विद्युत का बुनियादी ढांचा को विकसित करना; (ii) विद्युत लोड को विकसित करना; (Iii) ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में तेजी से सामाजिक-आर्थिक विकास, और (iv) प्रौद्योगिकी उन्नयन सुनिश्चित करना।
5. ग्राहक की संतुष्टि सुनिश्चित करने तथा संगठन के साथ-साथ व्यावसायिक भागीदारों के साथ- प्रचालनों में सतत सुधार और आवश्यक सेवाओं को प्रदान करने के लिए आपसी विश्वास और आत्म सम्मान बनाए रखने के माध्यम से ग्राहकों की हितों की रक्षा करना।
6. आर्थिक और वित्तीय रूप से व्यवहार्य योजनाओं के निर्माण के लिए तकनीकी तथा ग्रामीण और शहरी भारत के विकास में तेजी लाने के लिए तकनीकी मार्गदर्शन, परामर्श सेवाएं और प्रशिक्षण सुविधाएं प्रदान करके राज्य विद्युत बोर्ड/विद्युत यूटिलिटियों/राज्य सरकारों, विद्युत सहकारी समितियों, और अन्य ऋण लेने वालों की सहायता करना।